सीबीआई की एक बड़ी कार्रवाई में छत्तीसगढ़ के एक व्यवसायी के घर से 17 किलो सोना और इतनी नकदी बरामद हुई है कि जांचकर्ता नोट गिनते-गिनते थक गए। यह मामला राज्य में चर्चा का विषय बना हुआ है, क्योंकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इतनी बड़ी मात्रा में धन और सोना आया कहां से। सूत्रों के अनुसार, यह छापा एक मनी लॉन्ड्रिंग और कर चोरी के मामले की जांच के तहत किया गया था।
छापेमारी में क्या-क्या मिला?
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17 किलो शुद्ध सोने के जेवर और बिस्कुट
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करोड़ों रुपये की नकदी (अभी तक सटीक गणना जारी)
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विदेशी मुद्रा और कीमती पत्थर
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कई अहम दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य
जांच टीम के सामने सबसे बड़ी चुनौती नकदी की गिनती करना रहा, क्योंकि नोटों की संख्या इतनी अधिक थी कि कई मशीने लगानी पड़ीं। सूत्रों का कहना है कि यह केस छत्तीसगढ़ के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा धन बरामदगी का मामला हो सकता है।
क्या है पूरा मामला?
सीबीआई को एक गुमनाम सूचना मिली थी कि राज्य का एक प्रभावशाली व्यवसायी अवैध तरीके से काले धन को सफेद कर रहा है। जांच शुरू करने पर पता चला कि यह व्यक्ति कई फर्जी कंपनियों के जरिए पैसा लॉन्ड्रिंग कर रहा था। हैरानी की बात यह है कि इस व्यक्ति के पास न तो कोई बड़ा व्यवसाय था और न ही कोई ऐसा स्रोत जो इतनी संपत्ति को सही ठहरा सके।
क्या कहती है जांच?
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संदिग्ध व्यक्ति कई राजनीतिक हस्तियों से जुड़ा हुआ है
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बरामद धन का एक हिस्सा अवैध खनन और घोटालों से जुड़ा हो सकता है
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कुछ दस्तावेज विदेशी बैंक खातों की ओर इशारा करते हैं
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सोने के जेवरों में से कुछ चोरी की वस्तुओं के रूप में चिन्हित हुए हैं
आगे क्या होगा?
सीबीआई अब इस मामले को गहराई से जांच रही है और संभावित रूप से कुछ और नाम सामने आ सकते हैं। जांचकर्ताओं का कहना है कि यह सिर्फ एक छोटा सा हिस्सा हो सकता है और पूरे नेटवर्क का पता लगाने में समय लगेगा। इस बीच, संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में ले लिया गया है और उससे पूछताछ जारी है।
यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि कैसे अवैध धन को सफेद करने के लिए नए-नए तरीके अपनाए जा रहे हैं। सीबीआई की यह कार्रवाई काले धन पर अंकुश लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। आने वाले दिनों में इस मामले से जुड़े और भी चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।