22,842 करोड़ रुपये के बैंक फ्रॉड: 36 बैंकों को लगाया चूना, अब तक का सबसे बड़ा बैंक घोटाला

भारत में आर्थिक अपराधों की कड़ी में एक और बड़ा नाम जुड़ गया है। विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी जैसे हाई-प्रोफाइल घोटालेबाज़ों की सूची में अब एबीजी शिपयार्ड (ABG Shipyard) का नाम भी सामने आया है। कंपनी पर बैंकों से 22,842 करोड़ रुपये की भारी धोखाधड़ी का आरोप है, जो अब तक का सबसे बड़ा बैंक घोटाला माना जा रहा है।

केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने इस घोटाले के संबंध में एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड और उसके प्रमोटर ऋषि कमलेश अग्रवाल के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सीबीआई के अनुसार, यह फर्जीवाड़ा साल 2012 से 2017 के बीच हुआ, जब कंपनी ने विभिन्न बैंकों से लोन लेकर उनका दुरुपयोग किया और फिर रकम को अन्य कंपनियों में घुमा दिया।

एबीजी शिपयार्ड भारत की एक प्रमुख शिपबिल्डिंग कंपनी रही है, जिसे बड़े सरकारी और निजी ऑर्डर मिलते थे। लेकिन धीरे-धीरे कंपनी की वित्तीय स्थिति खराब होती चली गई और वह बैंकों के लोन चुकाने में असफल रही। जांच एजेंसियों ने पाया कि कंपनी ने लोन की रकम का उपयोग कारोबारी उद्देश्यों की बजाय दूसरी कंपनियों में ट्रांसफर करने में किया, जिससे कई नियमों का उल्लंघन हुआ।

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, सबसे ज्यादा लोन फ्रॉड ICICI बैंक, IDBI बैंक, SBI और 25 अन्य बैंकों को प्रभावित करता है। SBI ने इस धोखाधड़ी की पहली शिकायत 2019 में की थी, जिसके बाद एक विस्तृत फॉरेंसिक ऑडिट किया गया।

CBI ने अब तक मुंबई, सूरत और कुछ अन्य स्थानों पर छापेमारी की है और जरूरी दस्तावेज जब्त किए हैं। यह घोटाला सिर्फ एक कंपनी का आर्थिक अपराध नहीं, बल्कि पूरे बैंकिंग सिस्टम में मौजूद कमजोरियों को भी उजागर करता है। इससे यह भी सवाल उठता है कि आखिर कैसे बार-बार इतने बड़े घोटाले सामने आते हैं और बैंक तंत्र समय रहते उन्हें पकड़ने में विफल रहता है।